Not known Details About kismat ka upay
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प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्ति के उपाय
ऐसा करने से जल्द से जल्द समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है.
भगवान कृष्ण ने रणभूमि में अर्जुन को ब्रह्मज्ञान देते हुए कहा था, हे अर्जुन! कर्म करो फल की इच्छा न करो. वास्तविकता में हमारे कर्म ही हमारे भाग्य का निर्धारण करते हैं. यह एक ही सिक्के के दो पहलुओं की तरह हैं. कर्म करते हुए हमें भाग्य के महत्त्व को नकारना नहीं चाहिए.
रसोई घर में रखें वास्तु का ध्यान, नहीं होगीं बीमारियां – वास्तु शास्त्र टिप्स – rasoee ghar mein rakhen vastu ka dhyan, nahin hogeen bimaariyaan – vastu shastra ideas →
विवाह की सम्भावना शीघ्र बनती नज़र आयेगी
भोजन के लिए बनाई जा रही रोटी में से पहली रोटी गाय को दें। धर्म ग्रंथों के अनुसार, गाय में सभी देवताओं का निवास माना गया है। अगर प्रतिदिन गाय को रोटी दी जाए तो सभी देवता प्रसन्न होते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी कर सकते हैं।
शनिवार का दिन शनि भगवान का माना जाता है, इस दिन आपको काले अथवा नीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए. इसके साथ ही यदि आप भगवान शनि को प्रसन्न करना चाहते हैं तो पीपल के नीचे हर शनिवार सरसों के तेल का एक दिया जलाएं. ऐसा करने से आपका भाग्य उदित होगा.
बुध ग्रह को मजबूती प्रदान करने के लिए दान भी किया जा सकता है। बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए दान करने की वस्तु: साबूत मूंग, छोटी इलायची, पालक, हरे वस्त्र, हरे रंग की भोजन सामग्री, और ज्ञानवर्धन किताबें।
हाथों में भाग्य रेखा- हाथों में भाग्य रेखा होती है। राहु या केतु पर्वत से निकलकर शनि या गुरु पर्वत की ओर जाने वाली रेखा को भाग्य रेखा कहते हैं। भाग्य रेखा यदि सरल और स्पष्ट है तो व्यक्ति का भाग्य साथ देगा लेकिन यह रेखा यदि टूटी-फूटी और अस्पष्ट है तो कर्म पर ही निर्भर रहना होगा। यह भी मान्यता है कि यदि यह रेखा कलाई से निकलकर गुरु पर्वत में मिल जाए तो व्यक्ति बहुत ही ज्यादा भाग्यशाली होता है लेकिन शनि पर्वत में मिल जाए तो भाग्य की कोई ग्यारंटी नहीं। लेकिन यदि आपके हाथ में यह रेखा है ही नहीं तो फिर क्या करें?
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लाल किताब के अनुसार गुरु यदि छठे, सातवें, आठवें और दसवें घर में है तो वह अशुभ read more फल देगा। अत: कम से कम इस भाग में बैठे गुरु के उपाय तो करना ही चाहिए। दूसरा यह कि यदि गुरु नवम भाव में बैठे हैं तो सावधानी रखना जरूरी होती है अन्यथा व्यक्ति अपने जागे हुए भाग्य को अपने कर्मों से सुला देता है। तो करें ये उपाय।
प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें, ऐसा करने से आपका भाग्य उदित होगा और आपके शत्रु पराजित हो जाएंगे.